
प्रधानमंत्री मोदी रोहतास के बिक्रमगंज में करेंगे जनसभा, देंगे 50 हजार करोड़ की सौगात,
प्रधानमंत्री मोदी रोहतास के बिक्रमगंज में जनसभा करेंगे जिसका उद्देश्य शाहाबाद क्षेत्र में राजग की कमजोर पकड़ को मजबूत करना है। 2020 के चुनावों में हार के बाद राजग मोदी की रैली से समर्थन जुटाने की कोशिश कर रही है। मोदी मगध और शाहाबाद को साधकर भाजपा की संभावनाओं को बढ़ाना चाहते हैं। वे नबीनगर में थर्मल पावर प्लांट और बक्सर में गंगा पुल का शिलान्यास भी करेंगे।
कमजोर होती राजनीतिक जमीन
पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट एवं औरंगाबाद लोकसभा सीट पर 2024 के लोकसभा चुनाव में राजग प्रत्याशियों की हार से नेतृत्व चिंतित हैं। इसमें सीधे पांच सीटों पर भाजपा की हार हुई थी। काराकाट की सीट भी रालोमो (राष्ट्रीय लोक मोर्चा) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा नहीं बचा पाए थे। इससे पहले 2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू एवं भाजपा प्रत्याशियों की करारी हार हुई थी। कभी मजबूत पकड़ वाले क्षेत्र में राजग का सूपड़ा साफ हो गया था। शाहाबाद कभी राजग का गढ़ था, ऐसे में प्रधानमंत्री की रैली के माध्यम से राजग के पक्ष में माहौल बनाने की पूरी कोशिश होगी।
शाहाबाद में राजग के सामने चुनौती
शाहाबाद में 2020 में चिराग पासवान के कारण राजग को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा था। जदयू के सभी 11 उम्मीदवार चुनाव हार गए, जबकि भाजपा के दो उम्मीदवार मुश्किल से जीत पाए थे। 22 में से 19 सीट महागठबंधन ने जीत लिया था। एक सीट बसपा ने जीता, लेकिन जीत के बाद विधायक जमा खान जदयू में सम्मिलित हो गए थे। हालांकि, भाजपा ने आरा एवं बड़हरा जीतकर गठबंधन की लाज बचा ली।
नबीनगर सुपर थर्मल पावर प्लांट का शिलान्यास
नबीनगर में बनने वाले सुपर थर्मल पावर प्लांट की आधारशिला पीएम मोदी रखेंगे। इस प्रोजेक्ट के तैयार होने पर बिहार को 2400 मेगावट बिजली मिलेगी। नबीनगर में 29947.91 करोड़ की लागत के थर्मल पावर प्लांट का निर्माण किया जाएगा। यह एनटीपीसी का देश में दूसरा सबसे बड़ा विद्युत उत्पादन संयंत्र होगा।
गंगा पर बनने वाले तीन लेन पुल का शिलान्यास
बक्सर एवं उत्तर प्रदेश (यूपी) के भरौली के बीच बनने वाले पुल का भी शिलान्यास प्रधानमंत्री करेंगे। गंगा नदी पर तीन लेन का यह पुल बनेगा जो करीब 3.2 किलोमीटर लंबा होगा। पूर्वांचल और ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे को यह पुल सीधा जोड़ेगा। करीब 368 करोड़ रुपये की लागत से यह प्रोजेक्ट तैयार होगा। पटना-गया-डोभी चार लेन योजना ( 5519 करोड़), चार लेन का एलिवेटेड हाई-वे निर्माण, एनएच-27 पर गोपालगंज टाउन में ग्रेड सुधार करना (249 करोड़), सासाराम से अनुग्रह नारायण रोड तक रेलवे का स्वचालित सिग्नलिंग (25 किमी) 43 करोड़, सोन नगर-मुहम्मद गंज के बीच तीसरी रेल लाइन (65 किमी, लागत 1338 करोड़) ,जेएनवी, जहानाबाद में छात्रावास और स्टाफ क्वार्टर का निर्माण (आठ करोड़) अन्य योजनाएं सम्मिलित हैं। एनएच-119ए के पटना-आरा-सासाराम खंड चार लेन (पैकेज-I और II) पर 3712 करोड़, एनएच-319 बी के वाराणसी-रांची-कोलकाता खंड को छह लेन का बनाने (पैकेज-2 और 3) पर 2817 करोड़, एनएच-319बी के वाराणसी-रांची-कोलकाता खंड को छह लेन का बनाने पर (पैकेज-6 और 7) 3177 करोड़। एनएच-922 पर बक्सर और भरौली के बीच गंगा पुल के निर्माण पर 531 करोड़, रामनगर-कच्ची दरगाह को छह लेन का बनाने पर (एनएच-119डी का खंड) 1083 करोड़ रुपये और हार्डिंग पार्क, पटना में 5 टर्मिनल का रेलवे प्लेटफार्म बनाने पर 95 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
















