
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आमगांव स्टेशन का लोकार्पण करेंगे
भारत सरकार द्वारा रेलवे स्टेशन पुनर्विकास को लेकर चलाई जा रही अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर के 103 स्टेशनों का लोकार्पण 22 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया जाएगा।
गोंदिया (IEN) भारत सरकार द्वारा रेलवे स्टेशन पुनर्विकास को लेकर चलाई जा रही अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर के 103 स्टेशनों का लोकार्पण 22 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया जाएगा। इस अवसर पर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, नागपुर मंडल के अंतर्गत आने वाले 5 स्टेशनों सिवनी, डोंगरगढ़, इतवारी, चांदा फोर्ट और आमगांव का भी शुभारंभ प्रस्तावित है।
आमगांव, महाराष्ट्र के गोंदिया जिले का एक कस्बा है, जो विदर्भ क्षेत्र में स्थित है। यह स्टेशन गोंदिया जिला मुख्यालय से 24 किमी पूर्व स्थित है और स्थानीय तथा क्षेत्रीय संपर्क के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। आमगांव रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास–अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत आमगांव रेलवे स्टेशन को 7.17 करोड़ के स्वीकृत बजट के साथ अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत स्टेशन को आधुनिक और एक नया रूप दिया गया है।
स्टेशन को एक यात्री-अनुकूल केंद्र के रूप में विकसित
इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्देश्य स्टेशन को एक यात्री-अनुकूल केंद्र के रूप में विकसित करना है। यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन परिसर में विशेष टिकट काउंटर, सुविधायुक्त आधुनिक प्रतीक्षालय, दिव्यांगजनों के लिए समर्पित व्यवस्था, स्थानीय कला और संस्कृति को ध्यान में रखते हुए स्टेशन के डिजाइन तथा स्वरूप का उन्नयन किया गया है। पार्किंग अव्यवस्था जैसी समस्याओं से ग्रस्त यह स्टेशन अब बेहतर प्रवेश-निकास द्वार, चौड़ी सड़कें, दोपहिया पार्किंग और यातायात नियंत्रण प्रणाली से युक्त है हरियाली और सौंदर्यीकरण के साथ स्टेशन स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का आकर्षक केंद्र बनाया गया है, जहां यात्रियों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ रोजगार बढ़ने की व्यापक संभावना विकसित होगी, जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा। यात्रियों की मांग तथा आकांक्षा के दृष्टिगत भारतीय रेल निरंतर ही बेहतर यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रयत्नशील रही है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे यात्री सुविधा और विकास के लिए प्रतिबद्ध है, जिसका एक महत्वपूर्ण प्रतीक स्टेशनों के पुनर्विकास के कार्य हैं।
















