पटना : व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड के बाद पटना पुलिस और एसटीएफ एक्शन में नजर आ रही है. बिहार की राजधानी पटना से सटे पटना सिटी में गोपाल खेमका हत्याकांड का मुख्य शूटर उमेश यादव को पुलिस ने धर दबोचा. उमेश की पहचान पटना सिटी निवासी के रूप में हुई है और सूत्रों के मुताबिक, यह वही व्यक्ति है जिसने गोपाल खेमका की हत्या को अंजाम दिया था. इस बीच, पटना के मालसलामी थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई की. पिरदमरिया घाट इलाके में बीती रात करीब 2:45 बजे एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ के दौरान कुख्यात अपराधी विकास उर्फ राजा को ढेर कर दिया.
एनकाउंटर में कुख्यात विकास उर्फ राजा मारा गया
बताया जा रहा है कि यह मुठभेड़ गोपाल खेमका हत्याकांड से जुड़ी कड़ी में की गई कार्रवाई का हिस्सा थी. मौके से एक पिस्टल और एक खोखा भी बरामद किया गया है. जिस स्थान पर एनकाउंटर हुआ वह इलाका ‘ईद भट्टा’ के नाम से जाना जाता है, जिसे फिलहाल पुलिस ने ए, बी, सी, डी ई ज़ोन में बांटकर पूरी तरह सील कर दिया है. हालांकि अब तक इस एनकाउंटर को लेकर पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.
शूटर उमेश से पिस्तौल, स्कूटी और 3 लाख रूपये बरामद
सूत्रों के मुताबिक शूटर उमेश यादव एक प्रभावशाली एमएलसी का करीबी है. वहीं हत्याकांड का मास्टरमाइंड सरिया कारोबारी से बिल्डर बना अशोक कुमार साव भी पुलिस की गिरफ्त में है. पटना पुलिस ने बेऊर जेल में छापेमारी के बाद अहम सुराग हासिल किए थे. इस छापेमारी में तीन मोबाइल, सिम कार्ड और संदिग्ध नंबरों की पर्ची बरामद हुई थी. हत्या की साजिश बेऊर जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर अजय वर्मा के इशारे पर रची गई हो सकती है. शूटर उमेश ने पूछताछ में खुलासा किया कि उसे अशोक कुमार साव ने 3.5 लाख रुपये की सुपारी दी थी. अशोक कुमार साव के बारे में बताया जाता है कि वह पहले सरिया का कारोबार करता था, लेकिन अब बड़ा बिल्डर है. हत्या के पीछे जमीन विवाद या कारोबारी रंजिश मुख्य कारण हो सकता है. इस बीच शूटर उमेश यादव की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल पिस्तौल, स्कूटी और 3 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं.
















