Puri, Odisha : पुरी के जगन्नाथ मंदिर से 3 किलो मीटर दूर गुंडिया मंदिर के सामने रविवार तड़के 4 बजे भगदड़ मच गयी जिसमें 3 लोगों की मौत हो गयी जबकि दर्जनों घायल हो गये. घायलों में 6 की स्थिति गंभीर है. भगदड़ तब मची जब भगवान जगन्नाथ के नंदीघोष रथ के दर्शन करने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी. दरअसल पुरी की रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथों को उनकी मौसी के घर गुंडिचा मंदिर के सामने 9 दिन के लिए खड़ा कर दिया जाता है. यहां बलभद्र और सुभद्रा के रथ पहले पहुंच चुके थे. जगन्नाथ रथ बाद में पहुंचा, जिससे भक्तों में उसके दर्शन करने की होड़ लग गई. इसी दौरान भगदड़ मची, जिसमें गिरने से कई लोग कुचले गये. बताया जा रहा है कि घटना के समय वहां पर्याप्त पुलिस बल तैनात नहीं था. इससे पहले भगदड़ की घटना 4-5 जुलाई 2008 में हुई थी जिसमें 6 लोगों की मौत हो गयी थी जबकि एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गये थे.
27 को निकली थी भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा, 29 को हुई पूरी
ओड़िशा के पुरी में 27 जून को शाम 4 बजे महाप्रभु जगन्नाथ की रथ यात्रा शुरू हुई थी. सबसे पहले भगवान बलभद्र का रथ खींचा गया, इसके बाद देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के रथ खींचे गये. ये सभी रथ कुछ दूर खींचे गये थे. शनिवार, 28 जून को फिर 10 बजे फिर रथयात्रा शुरू हुई. भक्तों ने तीनों रथों को खींचना शुरू किया. सुबह 11.20 बजे भगवान बलभद्र का रथ तालध्वज और दोपहर 12.20 बजे देवी सुभद्रा का दर्पदलन रथ और इनके बाद भगवान जगन्नाथ का नंदीघोष रथ 1.11 बजे गुंडिचा मंदिर पहुंचा था.

















