पुरी, ओड़िशा : भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचने के लिए ओड़िशा के पुरी में लाखों भक्त उमड़ पड़े. डोर खींचकर खुद को सौभाग्यशाली समझा. मौके पर जन सैलाब दिख रहा था. इसके साथ ही भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के भी रथ खींचे गये. इससे पहले सुबह मंगल आरती और विधि विधान से पूजा के बाद भगवान जगन्नाथ को नंदी घोष रथ, देवी सुभद्रा को दर्पदलन और बलभद्र को तालध्वज रथ पर विराजमान किया गया. रथ पर भगवान की विधिवत पूजा और भोग लगाया गया. दोपहर 3 बजे पुरी राजपरिवार के गजपति दिव्य सिंह देव रथ के आगे सोने के झाडू से बुहारा लगाकर रथ यात्रा की शुरुआत की. रथ से भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ करीब 3 किलोमीटर दूर गुंडिचा मंदिर पहुंचे. ये उनकी मौसी का घर माना जाता है.
अहमदाबाद में रथयात्रा के दौरान बेकाबू हुआ हाथी
वहीं देश के कई शहरों में रथयात्रा निकाली गयी. गुजरात के अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा निकाली गयी. गृह मंत्री अमित शाह ने सुबह 4 बजे मंगल आरती की. इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पाहिंद विधि कर रथयात्रा की शुरुआत की. अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में शुक्रवार सुबह 10 बजे एक हाथी बेकाबू हो गया. इसके बाद रथयात्रा में भगदड़ मच गई. लोग इधर-उधर भागते दिखे. मुश्किल से उस पर काबू पाया गया. वहीं रांची स्थित जगन्नाथपुर मंदिर से भी रथयात्रा निकाली गयी. मौके पर भारी संख्या में भक्तगन मौजूद थे. मौके पर जय जगन्नाथ के जयघोष से आसमान गूंजता रहा.
