Ranchi : राजधानी रांची स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त खिलाड़ी बाईचुंग भूटिया ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शिष्टाचार भेंट की. यह मुलाकात खेलों के विकास, विशेषकर फुटबॉल को बढ़ावा देने और राज्य में खिलाड़ियों के लिए बेहतर अवसर सुनिश्चित करने को लेकर बेहद महत्वपूर्ण रही. भेंट के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बाईचुंग भूटिया के बीच झारखंड में खेलों की मौजूदा स्थिति और भविष्य की संभावनाओं पर गहन विचार-विमर्श हुआ. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. राज्य सरकार खिलाड़ियों को उचित मंच देने के लिए निरंतर प्रयासरत है. विशेषकर फुटबॉल, जो झारखंड की युवा पीढ़ी के बीच सबसे लोकप्रिय खेल है, उसके लिए आधारभूत ढांचे को मजबूत करने और प्रशिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं.
नई खेल नीति खिलाड़ियों के सपनों को दे रही पंख : हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्पष्ट किया कि सरकार की नई खेल नीति खिलाड़ियों के सपनों को पंख दे रही है. उन्होंने कहा कि सरकार खिलाड़ियों को स्कॉलरशिप, रोजगार, कोचिंग और आधुनिक संसाधन उपलब्ध करा रही है. ग्रामीण स्तर से खेल प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें आगे बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है.
सरकार खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार खेलों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने विश्वास जताया कि बाईचुंग भूटिया जैसे दिग्गज खिलाड़ियों का अनुभव और मार्गदर्शन झारखंड के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणादायी साबित होगा और इससे युवाओं का उत्साह और मनोबल बढ़ेगा. मुख्यमंत्री ने कहा, “झारखंड में खेल की अपार संभावनाएं हैं. सरकार हर स्तर पर खिलाड़ियों को अवसर और सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है.”
बाईचुंग भूटिया ने झारखंड की खेल नीति को सराहा
बाईचुंग भूटिया ने मुख्यमंत्री को अपने सुझाव देते हुए कहा कि झारखंड की धरती में अपार खेल प्रतिभाएं मौजूद हैं. यहाँ से लगातार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ी उभरकर सामने आ रहे हैं. उन्होंने राज्य सरकार की खेल नीति की सराहना की और कहा कि इससे झारखंड के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा निखारने का सुनहरा अवसर मिल रहा है. भूटिया ने विश्वास जताया कि यदि इस दिशा में निरंतर प्रयास जारी रहे तो झारखंड भविष्य में खेलों का हब बन सकता है.
मौके पर इनकी रही उपस्थिति
इस मुलाकात के दौरान यूनाइटेड नेशन एक्टिविस्ट बाबुल कुमार बोरो और राजमहल विधायक मोहम्मद ताजुद्दीन भी उपस्थित रहे.