Ranchi : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने बुधवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में हेमंत सोरेन सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि गठबंधन सरकार झारखंड में बांग्लादेशी-रोहिंग्या मुसलमानों को बसाने और उन्हें वोटर सूची में शामिल कराने की साजिश रच रही है. बाबूलाल ने कहा कि विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान एसआईआर का विरोध कर कांग्रेस और राजद ने यह साफ कर दिया कि बिना रोहिंग्या मुस्लिम वोटरों के वे चुनाव जीत ही नहीं सकते. अपने वोट बैंक को सुरक्षित करने के लिए ये दल सदन में नाटक कर रहे हैं.
झारखंड की डेमोग्राफी बदलने का प्रयास : बाबूलाल
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस, झामुमो और राजद मिलकर झारखंड की डेमोग्राफी बदलने का प्रयास कर रहे हैं. आने वाले समय में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी मुस्लिम यहां की आदिवासी लड़कियों से शादी करेंगे और विधायक-सांसद तक बन जाएंगे. बाबूलाल मरांडी ने 1951 और 2011 की जनगणना का हवाला देते हुए कहा कि तब से अब तक आदिवासी आबादी का प्रतिशत घटा है जबकि मुस्लिम आबादी बढ़ी है. उन्होंने कहा कि यह आबादी सुनियोजित तरीके से बढ़ाई गई है और गठबंधन की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है.
कई विधानसभा क्षेत्रों में वोटरों की संख्या में काफी बढ़ोतरी : बाबूलाल
बाबूलाल मरांडी ने मतदाता सूची में अप्राकृतिक वृद्धि का भी मुद्दा उठाया. कहा कि सिमडेगा विधानसभा क्षेत्र में 2019 के चुनाव में जहां 1,21,000 वोटर थे, वहीं 2024 में यह संख्या बढ़कर 2,44,000 हो गई. जगन्नाथपुर सीट पर 2019 में 1,71,000 वोट थे, जो 2024 में 1,98,000 हो गए. उन्होंने कहा कि मुस्लिम वोटरों की संख्या कई क्षेत्रों में 50 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है, जबकि सामान्य वृद्धि दर इससे कहीं कम है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि झारखंड के कई गांवों में मुसलमानों के जन्म प्रमाणपत्र और सरकारी योजनाओं का लाभ सुनियोजित तरीके से दिलाया जा रहा है.