Patna : दिशोम गुरू शिबू सोरेन के निधन के बाद बिहार में भी शोक की लहर देखी जा रही है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरूजी के निधन पर दुख जताया है. नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा है कि स्वर्गीय शिबू सोरेन एक प्रख्यात राजनेता थे, वे तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रहे. झारखंड की राजनीति में उनका अहम योगदान रहा. सीएम नीतीश कुमार ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन से न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश की राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र को अपूरणीय क्षति बताया. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शान्ति और उनके परिजनों और प्रशंसकों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.
दलितों और आदिवासियों के महान नेता थे शिबू सोरेन : लालू यादव
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव बोले कि शिबू सोरेन का निधन हो गया है. वह दलितों और आदिवासियों के एक महान नेता थे और मेरे उनसे अच्छे संबंध थे. मुझे दुख है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे. यह राजनीति के लिए बहुत बड़ी क्षति है.
गुरूजी के निधन से झारखंड और बिहार मर्माहत : तेजस्वी
वहीं राजद नेता तेजस्वी यादव ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन के साथ अपनी तस्वीर को शेयर करते हुए एक्स अकाउंट पर लिखा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री ‘दिशोम गुरु’ शिबू सोरेन जी के निधन से समस्त झारखंड और बिहार मर्माहत है. समस्त आरजेडी असहनीय पीड़ा के इस पल में गुरुजी के परिजनों और समर्थकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता है.
अलग झारखंड राज्य बनाने में गुरूजी का बहुत बड़ा योगदान : सूर्य सिंह बेसरा
वहीं पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन को झारखंड के लिए अपूरणीय क्षति बताया. एक महान युग का अंत कहा. साथ ही उन्होंने शोकाकुल परिवार, राज्य के लोगों एवं कार्यकर्ताओं को संयम बरतने को कहा. साथ ही उन्होंने कहा कि झारखंड अलग राज्य बनाने में उनका बहुत बड़ा योगदान था. गुरूजी लगातार राज्यहित में कार्य करते रहे.
जेएमएम कार्यालय में 2 मिनट का मौन रखा गया
रांची स्थित झारखंड मुक्ति मोर्चा की केंद्रीय कार्यालय में पार्टी के महासचिव सुप्रिया भट्टाचार्य और कार्यकर्ताओं ने गुरूजी के निधन पर 2 मिनट का मौन रखा. पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि गुरुजी का निधन अपूर्णीय क्षति है.