
भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद विरोधी लड़ाई पर रूस के साथ व्यापक चर्चा की और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में रूसी पक्ष को जानकारी दी। रूस ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोनों देश एक साथ हैं।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद विरोधी लड़ाई पर रूस के साथ व्यापक चर्चा की और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में रूसी पक्ष को जानकारी दी। रूस ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोनों देश एक साथ हैं। तीन यूरोपीय देशों की यात्रा कर रहे विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा-टीम इंडिया ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक मजबूत और एकीकृत संदेश भेजा है।
नई दिल्ली ( IEN ) भारत के संसदीय प्रतिनिधिमंडलों ने शुक्रवार को रूस, जापान और यूएई के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात कर उन्हें आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख से अवगत कराया तथा ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंकवाद से लड़ाई और कट्टरपंथ से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
आतंकवाद से लड़ाई में भारत को मिला रूस का साथ
भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद विरोधी लड़ाई पर रूस के साथ व्यापक चर्चा की और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में रूसी पक्ष को जानकारी दी। रूस ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोनों देश एक साथ हैं। तीन यूरोपीय देशों की यात्रा कर रहे विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा-टीम इंडिया ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक मजबूत और एकीकृत संदेश भेजा है।
द्रमुक सांसद कनिमोझी ने कही ये बात
द्रमुक सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में सांसदों का प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के बारे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अवगत कराने के लिए पांच देशों की यात्रा के पहले चरण में इस समय रूस में है। DMK सांसद कनिमोझी ने रूस में कहा कि हम अपना रुख स्पष्ट करने के लिए यहां आए हैं। इस प्रतिनिधिमंडल का रूस में होना बहुत महत्वपूर्ण है। रूस हमेशा से भारत के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार रहा है। 80 वर्षों से हमारे बीच बहुत मजबूत द्विपक्षीय संबंध रहे हैं।
पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गंवाई
उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि रूस से संपर्क करके अपनी स्थिति स्पष्ट करना और इस महत्वपूर्ण क्षण में उनका समर्थन मांगना बहुत महत्वपूर्ण है, जब हमने पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गंवाई है, यह पहली बार नहीं है। साथ ही कहा कि अतीत में कई बार हमारे नागरिकों पर हमला किया गया है, हमारे सैन्य ठिकानों पर हमला किया गया है। भारत ने हमेशा शांति की तलाश की है और हमारे कई नेताओं, जिनमें वर्तमान प्रधानमंत्री भी शामिल हैं, ने संघर्ष को हल करने और शांति स्थापित करने के लिए ईमानदार प्रयास किए हैं। लेकिन आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के रुख के कारण हम ऐसा नहीं कर पाए हैं।
दुनिया को आतंकवाद रोकने के लिए एकजुट होना होगा
आगे कहा कि आज हम न केवल भारत सरकार बल्कि भारत के लोगों के संदेश के साथ रूस आए हैं। उम्मीद करते हैं कि दुनिया आतंकवादियों के खिलाफ हमारी लड़ाई में हमारा समर्थन करेगी। हमले लगातार जारी हैं। आज, दुनिया को इसे रोकने के लिए एकजुट होना होगा।
रूस भारत का बहुत महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार
डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि हमने रूसी संघ के पूर्व प्रधानमंत्री मिखाइल फ्राडको से भी मुलाकात की, जो रूसी सामरिक अध्ययन संस्थान के प्रमुख हैं। हमने रूस में विचारकों और सांसदों से मुलाकात की। यह देश भारत का बहुत महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार और बहुत पुराना सहयोगी है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा भेजे गए इस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने रूस में विभिन्न राजनीतिक दलों और विचारधाराओं के लोगों से मुलाकात की है और हमने पहलगाम हमले से पहले, उसके दौरान और उसके बाद जो कुछ हुआ, उसके बारे में विस्तार से बताया है।
भारत को उसका समर्थन भी मांगा
आगे सांसद ने कहा कि हमने आतंकवाद से लड़ने में रूस की समझ और भारत को उसका समर्थन भी मांगा है… आतंकवाद एक ऐसा मुद्दा है जिसका सामना सिर्फ़ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया कर रही है। किसी भी देश को आतंकवादियों को पनाह और समर्थन नहीं देना चाहिए।
जेएमएम सांसद सरफराज अहमद ने कही ये बात
कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल जेएमएम सांसद सरफराज अहमद ने कहा कि मैं जिस समूह का हिस्सा हूं, हमने आज एक ब्रीफिंग की। हम दुनिया को बताने जा रहे हैं कि पाकिस्तान पर हमला करना क्यों जरूरी था…उन्होंने (पाकिस्तान ने) पहलगाम में जो किया, उसमें निर्दोष नागरिक मारे गए…इस बार हमें उन्हें सबक सिखाने की जरूरत है…हमने किसी नागरिक पर हमला नहीं किया, हमने (आतंकवादियों के) प्रशिक्षण स्थलों पर हमला किया।

















